मेरे सजना का मुझे पता बताना, कल फिर जब मिलने आएगा। मेरे सजना का मुझे पता बताना, कल फिर जब मिलने आएगा।
क्या कहूं,था मैं जिसके पीछे भाग रहा बनकर दीवाना वह निकला कैसा बैरी चाँद। क्या कहूं,था मैं जिसके पीछे भाग रहा बनकर दीवाना वह निकला कैसा बैरी चाँद।
छिप के बादलों में कभी कभी दीदार करता है छिप के बादलों में कभी कभी दीदार करता है
वो थाम ले जो हाथ मेरा, तो दरिया भी लगता समंदर है। वो थाम ले जो हाथ मेरा, तो दरिया भी लगता समंदर है।
ढकती उनको अंधेरे से जाने कहां से घटा आ गई।। ढकती उनको अंधेरे से जाने कहां से घटा आ गई।।
तुझे देख कुछ पल मैं झूम लूं खामोशी से बात कर लूं! तुझे देख कुछ पल मैं झूम लूं खामोशी से बात कर लूं!